तीन तलाक पर बोले CM योगी आदित्यनाथ तोड़ना बहुत आसान होता है, जोड़ना बहुत कठिन :


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि तोडऩा बहुत आसान होता है, जोडऩा बहुत कठिन है। विध्वंस आसान होता है, पर निर्माण श्रमसाध्य और कष्टप्रद भी। हमारी लड़ाई सृजन की है। संवाद के माध्यम से तीन तलाक का दंश झेल रही महिलाओं की समस्याओं के समाधान के लिए यह एक छोटा सा प्रयास है। मैं आदरणीय प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने सदियों से चली आ रही इस कुप्रथा को समाप्त करने के लिए संसद में कानून बनाया है।


मौका था, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित तीन तलाक से प्रभावित महिलाओं से संवाद कार्यक्रम व प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास का। जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। जौनपुर की रेशमा बानो ने मुख्यमंत्री को पुष्प देकर इस महत्वपूर्ण संवाद आयोजन में स्वागत किया। 


सबको सम्मान के साथ जीने का अधिकार : मुख्यमंत्री


मुख्यमंत्री ने कहा कि सबको सम्मान के साथ जीने का अधिकार है, यह निर्माण की लड़ाई है, इसे आगे बढ़ाने के लिए ही हम सभी यहां उपस्थित हुए हैं। गाड़ी का एक पहिया पुरुष है तो दूसरी महिला। इसलिए पुरुष के विकास के साथ-साथ महिलाओं का विकास भी बेहद जरूरी है। समाज का कोई हिस्सा या कोई भी व्यक्ति खुद को उपेक्षित व अपमानित महसूस न करे, इसके लिए ठोस कार्य योजना तैयार की जाए। आजादी के तत्काल बाद ही इस लड़ाई को लडऩा चाहिए था, लेकिन निजी स्वार्थ हेतु पिछली सरकारों ने ऐसा नहीं किया। यूपी में पिछले एक साल में 273 मामले आए थे। हमने सभी में एफआइआर करवाई। मैंने यहां प्रमुख सचिव, गृह को इसीलिए बुलाया है कि वह इन सभी मामलों की खुद समीक्षा करें और जिन पुलिस कर्मियों ने लापरवाही बरती है, उन पर भी कार्रवाई हो। 


इस दौरान तीन तलाक पीडि़त महिलाओं ने अपना दु:ख साझा किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी ने हमारा दर्द समझा और उसे बांटा। हमें हमारा हक दिलाने व जिंदगी के लिए नया हौसला देने के लिए हम सभी केंद्र व राज्य सरकार के आभारी हैं। इस मौके पर मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता, राज्यमंत्री (अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज) मोहसीन रजा मौजूद रहे।