छोटी दिवाली क्यों मनाई जाती है, आइए जानते है इसके पीछे की क्या है कहानी


इस दिन यम की पूजा भी की जाती है


नरक चतुर्दशी यानि  छोटी दिवाली की रात में घरों में  दीपक जलाकर घर के बहार रखे जाते है इस दिन घरों में मृत्यु के देवता यम की पूजा भी की जाती है


छोटी दिवाली का महत्व-:


पुराणों के अनुसार रति देव नाम के एक राजा थे। उन्होंने कभी कोई पाप नहीं किया था, लेकिन एक दिन उनके सामने यमदूत आ खड़े हो गए। यमदूत को सामने देखकर राजा अचंभित हुए और बोले मैंने तो कभी कोई पाप नहीं किया फिर क्या मुझे नरक जाना होगा? यह सुनकर यमदूत ने कहा कि हे राजन एक बार आपके द्वार से एक ब्राह्मण भूखा लौट गया था, यह उसी पाप का फल है।


यह सुनकर राजा ने प्रायश्चित करने के लिए यमदूत से एक वर्ष का समय मांगा। यमदूतों ने राजा को एक वर्ष का समय दे दिया। राजा ऋषियों के पास पहुंचे और उन्हें सारी कहानी सुनाकर अपनी इस दुविधा से मुक्ति का उपाय पूछा। तब ऋषि ने उन्हें बताया कि कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी का व्रत करें और ब्राह्मणों को भोजन करवाएं। राजा ने ऋषि की आज्ञानुसार वैसा ही किया और पाप मुक्त हो गए। इसके पश्चात उन्हें विष्णु लोक में स्थान प्राप्त हुआ। उस दिन से पाप और नर्क से मुक्ति हेतु कार्तिक चतुर्दशी के दिन व्रत और दीप जलाने का प्रचलन हो गया।