परीक्षा केंद्र बनाने की प्रक्रिया में पिछड़ी राजधानी


लखनऊ।


यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षा -निर्धारण की प्रक्रिया में राजधानी पिछड गई है। अभी तक न तो सभी स्कूलों के ब्योरे को वेबसाइट पर अपलोड किया गया और न ही विभाग की ओर से स्कूलों के सत्यापन का कार्य शुरू हो पाया है। इसको लेकर बोर्ड ने भी नाराजगी जताई है। बोर्ड ने प्रक्रिया को लेकर पहले जो तिथियां जारी की थीं, उसमें बदलाव कर दिया है। बावजूद इसके राजधानी के स्कूल फिसड्डी साबित हो रहे हैं। बोर्ड द्वारा जारी प्रक्रिया के अनुसार 20 सितंबर तक परिषद की वेबसाइट पर सभी स्कूलों को मूलभूत संसाधन के संबंध में ब्योरा अपलोड करना था. लेकिन अंतिम तिथि तक कई विद्यालय ब्योरा अपलोड करने से छूट गए थे। इन विद्यालयों से ब्योरे की हार्ड कॉपी मांगी गई थी, लेकिन अभी तक दो दर्जन से ज्यादा विद्यालयों ने परीक्षा कार्यालय में ब्योरा जमा नहीं कराया। इस वजह से वेबसाइट पर उसे अपडेट नहीं किया जा सका है। प्रक्रिया के पहले ही चरण में विभाग बैकफुट पर आ गया। इसके बाद स्कूलों का सत्यापन कराया जाना था। सत्यापन के आधार पर परीक्षा कार्यालय को 15 अक्तूबर तक सूचनाएं वेबसाइट पर अपलोड करनी हैं। लेकिन अभी तक सत्यापन का कार्य भी शुरू नहीं किया गया है। जिले में करीब 850 विद्यालय हैं। इन सभी का सत्यापन होना है। जिला विद्यालय निरीक्षक को टीम बनाकर सत्यापन कराना है। विद्यालयों ने जो परीक्षा केंद्र को लेकर सूचनाएं दी हैं, उनका भौतिक सत्यापन होना है। इसके बाद परीक्षा कार्यालय को उन सूचनाओं को अपडेट करना है। डीआईओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि भौतिक सत्यापन के लिए टीमें गठित कर दी हैं। सत्यापन करने के भी निर्देश दे दिए हैं। जल्द ही टीम सत्यापन कर रिपोर्ट सौंप देगी, जिसके बाद सूचनाएं भी अपडेट कर दी जाएंगी। बोर्ड द्वारा जारी प्रक्रिया के अनुसार 20 अक्तूबर तक स्कूलों से आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी और 25 तक उनका निस्तारण किया जाएगा।