विद्यालयों में भारी संख्या में शिक्षकों के पद रिक्त

प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक शिक्षकों की कमी से जूझ रही प्रदेश की शिक्षा प्रणाली में एक  हर स्तर पर योग्य शिक्षकों की कमी बताई जा रही  है जब की  स्थितिया राजकीय विद्यालयों में विज्ञान शिक्षकों की भर्ती के लिए उन लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित चयन परीक्षा का नतीजा इस संकट की गंभीरता का संकेत दे रहा है। आयोग ने विज्ञान शिक्षकों के 1045 रिक्त पद भरने के लिए परीक्षा आयोजित की थी जिसमें कुल 15436 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए  इनमें सिर्फ 84 अभ्यर्थी ही शिक्षक पद पर नियुक्ति के काबिल निकले ।


ऐसा लगता है उत्तीर्ण प्रतिसत कम किया गया है क्योकि शिक्षक का एक तरफ आभाव बताया जा रहा है दूसरी और बेरोजगारी दूर करने का ढिंढोरा पीटा जाता है,माध्यमिक विद्यालयों में खासतौर पर विज्ञान, गणित और अंग्रेजी के  शिक्षकों की चिंताजनक कमी है। डिग्री कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के अलावा तकनीकी कॉलेजों में भी शिक्षकों का अकाल है और राजकीय विद्यालयो में 70-10 फीसद पद रिक्त हैं। सरकार को इस संकट के समाधान को अपने एजेंडे की प्राथमिकता में शामिल करना चाहिए।