यूपी बोर्ड रिजल्ट व टेक्नोलॉजी के साथ वाले कालेज बनेंगे परीक्षा केंद्र

माध्यमिक कॉलेजों में हर सुविधा के लिए तय किए गए मानक




यूपी बोर्ड  परीक्षा 2020 के लिए परीक्षा नीति जारी हो चुकी है। उसके मुताबिक प्रदेश के वे माध्यमिक कालेज आसानी से परीक्षा केंद्र बन सकेंगे, जो टेक्नोलॉजी के साथ कदमताल कर रहे हैं साथ ही उनके परीक्षार्थियों का सफलता का प्रतिशत बेहतर है। इतना ही नहीं बीते वर्ष परीक्षा केंद्र रहे कालेजों को वरीयता भी दी जा रही है। केंद्र निर्धारण के संबंध में निर्देश जारी हो चुके हैं,

 यूपी बोर्ड की परीक्षा फरवरी में होनी है। इस बार 56 लाख से अधिक परीक्षार्थी हाईस्कूल व इंटर का इम्तिहान देंगे। पिछले दिनों परीक्षा केंद्रों के निर्धारण के लिए परीक्षा नीति जारी की गई है।


 सरकार व बोर्ड प्रशासन का पूरा जोर नई तकनीक के प्रयोग और अच्छा परिणाम देने पर ही है। इसीलिए नीति में कालेजों को मिलने वाले अंकों का उल्लेख किया गया है। जितने अधिक यह अंक होंगे उतनी आसानी से कालेज केंद्र बन सकेगा। इसमें मूलभूत सुविधाओं के अलावा यदि कालेज में सीसीटीवी कैमरे का विधिवत इस्तेमाल हो रहा है तो अंक अधिक मिलना तय है। मुख्य गेट पर वायस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी है तो 10 अंक, स्ट्रांग में यह प्रबंध है तो 30 अंक, उत्तर पुस्तिकाओं के सीलिंग व पैकिंग कक्ष में है तो फिर 30 अंक, इसकी निगरानी में पढ़ाई कराई जा रही तो 20 अंक, हर दिन अध्यापक व विद्यार्थियों की बायोमैटिक उपस्थिति दर्ज होती है तो 20 अंक मिलेंगे। यदि आपका कालेज पिछले वर्ष परीक्षा केंद्र बना था तो 20 अंक यूं ही मिल जाएंगे। वहीं, यदि कालेज का हाईस्कूल व इंटर में रिजल्ट 90 प्रतिशत या उससे अधिक रहा है तो 10-10 अंक मिलेंगे।



इस बार सबसे अधिक 50 अंक वायस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी के साथ ही डीवीआर के साथ राउटर डिवाइस लगाने पर मिल रहे हैं। यह इसीलिए किया गया है ताकि अधिकाधिक कालेज इससे लैस हो जाएं। बोर्ड सूत्रों की मानें तो इस बार भी करीब आठ हजार से अधिक कालेज ही परीक्षा केंद्र बन सकेंगे। बोर्ड मुख्यालय ने केंद्र निर्धारण से संबंधित शिकायतों को सुनने के लिए भी प्रावधान किया है। सचिव नीना श्रीवास्तव का कहना है कि तय समय में प्रक्रिया पूरी होगी माध्यमिक कालेजों में हर सुविधा के लिए तय किए गए अंक, अगले माह के अंत तक जारी होगी केंद्र निर्धारण की सूची