अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक संस्कृत स्कूलों के शिक्षक व कर्मचारियों को पेंशन व ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाएगा। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि 20 साल की अर्हकारी सेवा पूरी करने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों को एक जनवरी 2006 से पूर्ण पेंशन और 60 वर्ष की अधिवर्षता पूरी करने पर ग्रेच्युटी का भी लाभ दिया जाएगा। इन स्कूलों के शिक्षकों को भी अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों की भांति की लाभ दिया जाएगा।
डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि वेतन समिति उत्तर प्रदेश 2008 की संस्तुतियों को स्वीकार करने के बाद अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक व कर्मचारियों की पेंशन का पुनरीक्षण किए जाने का प्रावधान किया गया लेकिन संस्कृत स्कूलों के शिक्षक छूट गए। आदर्श संस्कृत विद्यालय शिक्षक समिति के अध्यक्ष कृष्ण मोहन शुक्ला का कहना है कि इससे 2006 के बाद अनुदान सूची में शामिल विद्यालयों के शिक्षकों को लाभ मिलेगा। लेकिन सरकार को चाहिए कि वह 20 साल की सेवा की अनिवार्यता को खत्म करे ।