बोर्ड परीक्षा में स्टेपल की बजाय सिलाई वाली कॉपियों का प्रयोग किया जायेगा

 माध्यमिक शिक्षामंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने बोर्ड को स्टेपल की बजाय सिलाई वाली कॉपियों का प्रयोग करने का निर्देश दिया है ताकि कॉपियों के पन्नों की हेराफेरी रोकी जा सके। किन जिलों में इसका इस्तेमाल होगा, यह अभी तय नहीं है। बोर्ड ने राजकीय मुद्रणालय को तैयारी रखने को कहा है। जिलों का नाम तय होने के साथ ही सिलाई वाली कॉपियों की बाइंडिंग शुरू हो जाएगी। सूत्रों के अनुसार फिलहाल प्रायोगिक तौर पर सिलाई वाली कॉपियों का प्रयोग शुरूहोगा। यह प्रयोग सफल रहा तो सभी 75 जिलों में सिलाई वाली कॉपियां ही परीक्षा में प्रयोग होंगी। दरअसल स्टेपल कॉपियों में पन्ने बदलने की शिकायत मिलती रहती है। परीक्षा केंद्र पर मेधावी छात्र की कॉपी का प्रथम पृष्ठ दूसरे छात्र से बदल देते हैं।


कई बार अंदर के पन्नों को बदलने की शिकायत मिलती है। पिछले वर्षों में इसे लेकर कई याचिकाएं हई और जांच में हेराफेरी की पुष्टि होने पर स्कूलों को डिबार भी किया गया हैबोर्ड ने 2010 से कोडेड कॉपियों पर परीक्षा शुरू कराई थी। पहले नकल की दृष्टि से संवेदनशील 10 जिलों में कोडेड कॉपियों से कराई गई, और फिर तीन साल से सभी 75 जिलों में कोडेड कॉपियों से पेपर हो रहा है


 डॉ.दिनेश शर्मा ने निर्देश दिया