मुख्यमंत्री ने छात्रों को समय की मांग व भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर शिक्षित करने पर जोर दिया है।

 सीएम ने उपलब्ध संसाधनों के बेहतर उपयोग के साथ तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा तथा कौशल विकास के संबंध में पीपीपी मोड की संभावनाओं पर विचार करने के निर्देश देते हुए विद्यार्थियों के प्रशिक्षण और शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने उद्योगों में रोजगार के अवसरों के मद्देनजर कार्य योजना बनाने को कहा। सीएम ने पॉलीटेक्निक, आईटीआई तथा अन्य तकनीकी संस्थानों के मानकों और गुणवत्ता की जांच कर शिक्षा की उत्तम व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही अच्छी संस्थाओं को प्रोत्साहित करने को कहा। इस मौके पर व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, प्रमुख सचिव तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा तथा कौशल विकास एस. राधा चौहान, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री लापमा मासी गोयल भी मौजूद थे


मुख्यमंत्री  ने सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री प्रदान करने वाली संस्थाओं व छात्रों का अनुपात निर्धारित मानकों के अनुसार रखने के भी निर्देश दिए। कहा, जो संस्थाएं मानकों के विपरीत संचालित हैं, उनके विरुद्ध जांच कर कार्रवाई करें। उन्होंने रोजगार के अवसर मुहैया कराने वाले उद्यमों व उद्योगों के साथ छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।