गाजर में ऑक्सीडेंट्स प्रदूषण से होने वाली बीमारियों से बचाव में सहायक हैं।

 गाजर किसी भी प्रकार के संक्रमण को रोकने में मददगार है तथा यह कई रोगों से बचाव करती है।आयुर्वेद के अनुसार स्वास्थ्य की दृष्टि से भी गाजर अत्यंत गुणकारी है। इसके अलावा यह सौंदर्य की वृद्धि में भी सहायक है। अधिकतर लोगों की इच्छा होती है कि उनकी त्वचा कांतिवान और आभा युक्तरहे। गाजर में मौजूद विटामिंसए और एंटीऑक्सीडेंट्स न केवल त्वचा की सेहत को सही रखते हैं बल्कि त्वचा में कसाव भी लाते हैं। गाजर त्वचा को सूर्य के तेज प्रकाश तथा अल्ट्रावॉयलेट किरणों से होने वाले किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाने में मददगार है।


विटामिन ए की कमी की वजह से त्वचाए नाखून और बाल रूखे होने लगते हैं। इसके इस्तेमाल से वक्त से पहले पड़ने वाली झुर्रियोंए रूखी त्वचाए मुंहासे और झाइयां आदि समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। इसमें शक नहीं कि गाजर त्वचा की सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।गाजर में बीटा कैरोटिन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता हैए जो खाने के बाद पेट में जाकर विटामिन ए में परिवर्तित हो जाता है। आंखों के लिए विटामिन ए बेहद जरूरी है। विटामिन ए रतौंधी जैसे नेत्र रोग से बचाव में सहायक है। गाजर का सेवन मोतियाबिंद की आशंका को कम कर देता है।यदि आप हड्डियों से जुड़ी बीमारी से पीड़ित हैं तो गाजर जरूर खानी चाहिए। इससे बॉडी में कैल्शियम की मात्रा बढ़ती है और इससे मिलने वाले कैल्शियम को शरीर जल्दी एब्जॉर्ब करता है।